Saturday, October 27, 2012

'' अच्छा लगता है......ना चाहे कोई ''

रोकर हँसना अच्छा लगता है,
हंस कर रोना ना चाहे कोई !

बिछूड़ कर मिलना अच्छा लगता है,
मिलकर बिछूड़ना ना चाहे कोई !

गुस्से के बाद प्यार अच्छा लगता है,
प्यार के बाद गुस्सा ना चाहे कोई !

हार कर जीतना अच्छा लगता है,
जीत कर हारना ना चाहे कोई !

हानि के बाद लाभ अच्छा लगता है,
लाभ के बाद हानि ना चाहे कोई

पतझड़ के बाद बसंत अच्छा लगता है,
बसंत के बाद पतझड़ ना चाहे कोई !

जी जी कर जीना अच्छा लगता है,
मर मर कर जीना ना चाहे कोई !

खोकर पाना अच्छा लगता है,
पाकर खोना ना चाहे कोई !!
 
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