Sunday, November 3, 2013

दीपावली दोहावली


दीपों की हैं पंक्तियां, दीवाली त्यौहार 
आपस में सब बाँटते ,खुशिओं के उपहार // 

रोशन दीपों संग हो, सुंदर सजे जहान,
लक्ष्मी का हो आगमन ,हों पूरे अरमान //

बना स्वच्छता प्रकाश का, दीवाली है पर्व 
भारतवासी हैं सभी , करते इस पर गर्व //

दिवाली महापर्व है , मनाओ संग प्यार
न पटाखों को सब कहो , मीठा दो उपहार //

धनतेरस से हो शुरू, दूज पर हो समाप्त 
सबके आशीर्वाद से ,खुशियाँ करो प्राप्त //

रामभक्त ख़ुश आज थे, लौटे राजा राम
दिये अयोध्या में जले, लेकर प्रभु का नाम //

नरकासुर मारा गया  ,फैला हर्ष अपार 
सभी कृष्ण भगवान की ,करते जय जय कार //

विष्णु भगवन प्रकट हुए, रूप सिंह का धार 
मुक्त करी जनता सभी ,हिरण्यकश्यप मार //

तीर्थंकार चौबीसवें , जैन थे महावीर 
यह दिन है निर्वाण का ,मनाएं जैनवीर //

महर्षि दयानन्द जी,थे इक आर्य महान 
दीवाली का दिवस ही, बना दिवस अवसान // 

मिटता प्रकाश से तिमिर, विजय देत उल्लास
मत आतिशबाजी करो ,दीवाली तब ख़ास //

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