Tuesday, January 14, 2014

मकरसक्रांति दोहावली


मकर राशि में सूर्य का, जैसे हुआ प्रवेश 
हुआ उत्तरायण शुरू, शुभकामना अशेष 

भारत के त्योहार हैं ,सभी के लिए गर्व 
जीवन में उर्जा भरे ,मकरसक्रांत का पर्व 

प्रकृति कृषि ऋतुएं सभी ,हैं जीवन आधार 
सूर्य देव की अर्चना, भरे सभी भण्डार 

इस दिन से दिन रोज ही, तिल तिल बढता जाय
इस कारण सक्रांत है 'तिल सक्रांत' कहलाय 

लोकनृत्य है भांगड़ा , पंजाबी की जान 
पोंगल,बिहु औ' लोहड़ी, भारत की हैं शान

मूंग दाल चावल की खिचड़ी पाचक होय
खानपान की सादगी, मन संयम ना खोय 

रंगीला आकाश है ,मन छाया उल्लास 
उत्सव सभी सक्रांत का, मना रहे हैं ख़ास 
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