Monday, August 31, 2015

एक चुटकी सिन्दूर

मेरा अहसास
मेरा विश्वास 
मेरा सम्बल
मेरी पहचान 
मेरी कीमत
मेरी शोहरत
मेरा वजूद 
मेरा गुरूर
मेरी जमीं 
मेरा आसमां
मेरा हौंसला 
मेरी उड़ान 
मेरा सुकून 
मेरा सुख चैन 
मेरा रक्षाकवच 
मेरी आत्मनिर्भरता 
मेरे सिर का ताज 
था केवल 
एक चुटकी सिन्दूर 
...........................................
तुम क्या जानो इसकी कीमत 
इसके बिन कुछ भी नहीं 
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