Thursday, March 14, 2013

!!..शायद ,मैं फेल हो गई.. !!


शायद ,मैं फेल हो गई
जिंदगी के हर इम्तिहान में,
कभी कभी यह सोचकर ,
मन बहुत विचलित हुआ
क्योंकि एक शिक्षित,जागरूक महिला 
होने के बावजूद, हरेक को 
मैं अपने अनुरूप नही ढाल पाई,
जैसे एक घरेलू,अशिक्षित महिला ने कर दिखाया
मैं किसी अपने पर हुकुम तो नही चला पाई
पर मुझे खुशी है कि 
मैं अपने को उनके अनरूप ढाल पाई

मैने तय किया, 
हर गम का ,खुशी का सफ़र
उन सब अपनों के साथ
लिए हाथों में अपनों का हाथ
कभी बेटी,कभी बहन,
कभी पत्नी,कभी माँ,
कभी एक दोस्त बनकर,
कभी पास,कभी दूर रहकर
फिर क्या फ़र्क पड़ता है अगर 
मैं किसी के लिए फेल हो गई
मेरी आत्मा को संतुष्टि है कि
मैने जो भी करने की कोशिश की
उसमें मैंने खुद को 'पास' पाया,

शायद मुझे नही फ़र्क पड़ता 
किसी के भी फ़ैसले से बिल्कुल वैसे ही 
जैसे किसी की नज़र में तुम लाख गिर जाओ
पर अपनी नज़र में कभी मत गिरो
इसलिए मैं अपने को 'पास' हुआ मानती हूँ
फिर क्यों कहूँ? 
मैं कि शायद मैं फेल हो गई!

क्योंकि मैं 'मैं' हूँ..........नारी



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22 comments :

  1. सुनी सनाई बात पर , मत करना विश्वास |
    अंतरात्मा जो कहे, वही सत्य है ख़ास ||

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    1. रविकर sir आभार ,
      सुंदर दोहे के साथ आपने उत्साह बढाया है

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  2. शुक्रिया रविकर sir

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  3. आदरणीया एक नारी कभी फेल नहीं हो सकती है, नारी में जो शक्ति है जो हर इम्तिहान में अव्वल रखने में समक्ष है.

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    1. अरुण शुक्रिया
      हार्दिक अभिनन्दन

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  4. नारी सर्वोत्तम सर्वोच्च है, नारी जीवन का द्वार
    जो नारी दुःख देत है, वह है मूर्ख अपार

    बहुत सुन्दर प्रस्तुति | नारी शक्ति अपार है | नारी शक्ति को शत शत नमन |

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  5. नारी में आपार सहन और शक्ति होती,,,,,ये शक्ती मनुष्यों में नहीं होती,,,नारी शक्ति को नमन,,, |

    बीबी बैठी मायके , होरी नही सुहाय
    साजन मोरे है नही,रंग न मोको भाय..
    .
    उपरोक्त शीर्षक पर आप सभी लोगो की रचनाए आमंत्रित है,,,,,
    जानकारी हेतु ये लिंक देखे : होरी नही सुहाय,

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  6. आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति शुक्रवारीय चर्चा मंच पर ।।

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  7. Replies
    1. मुकेश जी शुक्रिया मेरे ब्लॉग पर आने के लिए

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  8. बहुत ही भावपूर्ण सुन्दर अभिव्यक्ति,आभार.

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  9. नारी फेल नहीं होती कभी ... क्योंकि वो सतत प्रयास करती है ...
    प्रभावी रचना है ...

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  10. हारिये न हिम्मत, बिसारिये न राम।
    बन जायेंगे, सब बिगड़े काम।।

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  11. बेहतरीन अभिव्यक्ति ये आत्मविश्वास जरूरी है

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  12. नारी ही शक्ति स्वरूपा है ,,,, तो फिर फेल होने का सवाल ही नहीं ....
    अपनी नज़रों में ऊँचा रहना जरुरी है ,,
    सुन्दर रचना
    सादर !

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  13. जब तक आत्मविश्वास है तो फेल का सवाल ही नहीं

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  14. नारी हमेशा पास , फेल कभी नहीं ... सुन्दर रचना

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  15. never never sarita ji,sawal hi nahi uthta fel hone ka,pass vo bhi FIRST(new -sang holika jalo vedna)

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  16. शीर्षक गलत दिया आपने ...
    जबकि आप ऐसा मानती नहीं ....

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  17. आत्म-विश्वास से परिपूर्ण सुंदर रचना....

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  18. किसी कवि की रचना देखूं !
    दर्द उभरता , दिखता है !
    प्यार, नेह दुर्लभ से लगते ,
    क्लेश हर जगह मिलता है !
    क्या शिक्षा विद्वानों को दूं ,टिप्पणियों में, रोते गीत !
    निज रचनाएं ,दर्पण मन का, दर्द समझते मेरे गीत !

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  19. फ़ेल-पास कुछ नहीं यहाँ -मन में संतोष है तो सारा किया-धरा सफल!

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