Thursday, February 13, 2014

जादू की जफ्फी [कुण्डलिया]



मिलना यारों को सदा गले लगाकर यार 
जादू की जफ्फी मिले बढ़ता इससे प्यार /
बढ़ता इससे प्यार यार के दिल में बसते
दुख होते हैं दूर खोल के दिल जो हँसते  
आया है मधुमास फूल के जैसे खिलना  
मानें रूठे मीत प्यार से सबको मिलना //
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