Sunday, February 16, 2014

मधुमास [कुण्डलिया]

छाया है मधुमास में कुदरत में भी प्यार 
पुष्प खिले हर डाल हैं खुश है आज बयार 
खुश है आज बयार वाटिका खिलके महकी 
कोयल गाये गीत चाल भौंरे की बहकी /
सरसों पीली देख किसान ह्रदय हर्षाया 
प्रेमदिवस है आज रंग बासंती छाया // 
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