"ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-35
पीटी करते हैं सभी नीली है पोशाक
सारे बच्चे हैं खड़े एक रहा है ताक
एक रहा है ताक पार है उसको जाना
खेलें हैं जो खेल देख के उसको आना
शिक्षक हैं दो बीच एक बजा रहा सीटी
दूजा देता सीख, करेंगे कैसे पीटी //
भैया दीदी हैं खड़े नीला है गणवेश
कुछ तो पहले से खड़े कुछ ने किया प्रवेश
कुछ ने किया प्रवेश लगा है आना जाना
इक नन्हा है बाल यहाँ है उसको आना
शिक्षक देते सीख पार हो कैसे नैया
लेकर कलम दवात, मैं भी चलूँगा भैया //
कसरत करते हैं सभी बूझें कई सवाल
हसरत सीने में लिए एक खड़ा है बाल
एक खड़ा है बाल दूर फैलाये बाहें
लगता उसको खेल कठिन हैं लेकिन राहें
बच्चे आयें स्कूल, ह्रदय में पाले हसरत
बाल रहा है सोच खेल यह कैसा कसरत //
..............................