हमराही

सुस्वागतम ! अपना बहुमूल्य समय निकाल कर अपनी राय अवश्य रखें पक्ष में या विपक्ष में ,धन्यवाद !!!!

Friday, December 25, 2015

अजन्मा अहसास

ख़ुश होती हूँ
हाँ बहुत खुश
पाकर तुम्हे इतना करीब
महसूसती हूँ
तुम्हारा अहसास
तुम्हारा स्पर्श
तुम्हारी साँसे
तुम्हारी धड़कन
पा लेती हूँ
सारी कायनात
अब है कोई
मेरा अपना
हमेशा मेरे साथ
जिस पर न्यौछावर
सृष्टिभर का प्यार
मैं
सुनने को बेताब
तुमसे एक अनमोल शब्द
"माँ "
...............
 माँ बनने का अहसास सचमुच अतुलनीय है...
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Tuesday, December 22, 2015

यादें [ आज फिर...]

आज फिर 
दर्द हल्का है 
साँसें भारी हैं 
दिल अजीब सी कशमकश में है 
कोई गाड़ी छूट रही हो जैसे...

आज फिर  
दूर जा रहा है 
कोई अपना
मुझसे रूठकर 
मुझे बेजान करके....

आज फिर 
टूट गई हूँ मैं
कच्चे झोंपड़े सी
यादों की बारिश से...

आज फिर 
उदास है मन 
भीगी हैं पलकें
खोकर सुकून अपनेपन का ...
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बस जिए जाने की रस्म जारी है ...