हमराही

सुस्वागतम ! अपना बहुमूल्य समय निकाल कर अपनी राय अवश्य रखें पक्ष में या विपक्ष में ,धन्यवाद !!!!

Thursday, March 26, 2015

क्रिकेट टीम [ कुण्डलिया ]

बसता क्रिकेट टीम के ,दिल में हिंदुस्तान 
मोहित,अश्विन देश की , बढ़ा रहे हैं शान |
बढ़ा रहे हैं शान , धवन धोनी सब माने 
रैना ,रोहित ,कोहली ,साथ खेलते रहाणे 
मन में ले तूफ़ान , चेहरा रहता हँसता 
भारत का अभिमान,शमी,यादव में बसता ||
****

Wednesday, March 25, 2015

माँ महागौरी ,माँ सिद्धिदात्री [दोहे]

मात महागौरी सदा ,देती है सुख शांति 
श्वेत वर्ण धारण किया ,मुख से झलके कांति |

पूजा का नौवां दिवस , माँ का रूप विशेष 
मात सिद्दिदात्री हरे ,कष्ट रोग और द्वेष |

माँ दुर्गा का रूप यह, देता बोध औ' ज्ञान 
निष्ठा से हो साधना, देती है सम्मान |
****

Tuesday, March 24, 2015

स्कंदमात ,कात्यायनी माँ ,कालरात्रि माँ [दोहे ]

स्कंदमात है पांचवां , शक्ति रूप का नाम 
द्वार मोक्ष का हो सुलभ, करना ऐसे काम |

छठा रूप कात्यायनी ,हरता सब संताप 
करो मात कीआराधना ,मिट जायेंगे पाप |

कालरात्रि माँ सातवीं , करती कृपा अपार 
मात कृपा से सिद्धि के, खुल जाते सब द्वार |


ह्रदय भरे प्रकाश से , ऐसा माँ का नूर 
भक्त पुन्य पाकर रहें  ,द्वेष लोभ से दूर |

Sunday, March 22, 2015

चंद्रघंटा माँ,कुष्मांडा माँ [दोहे ]

मात चंद्रघंटा बनी , आज तीसरी शक्ति 
शांतिदायक रूप की ,करो आप भी भक्ति 


अर्ध चन्द्र है माथ पर, घंटे का आकार 
करते हैं इस रूप की ,उपासना नर नार 


कुष्मांडा माँ पूजते, चतुर्थ दिन के रोज 
दीर्घ आयु बल बुद्धि से ,बढे मनुज का ओज 


यश समृद्धि में वृद्धि कर, उन्नति करे प्रदान
रोग शोक का नाश कर ,देती सुख का दान  
****

Saturday, March 21, 2015

शैलपुत्री माँ , ब्रह्मचारिणी माँ [दोहे]

शैलपुत्री के रूप की ,पूजा करना आज 
बन जायेंगे आपके ,सारे बिगड़े काज  |

एक हाथ में कमल है , दूजे में त्रिशूल  
कृपा दृष्टि मैया धरो ,दो चरणों की धूल |



माँ दुर्गा का दूसरा , ब्रह्मचारिणी रूप  
भव्य रूप से मात के ,ढले कष्ट की धूप|

तप संयम से ही सदा ,होती मात प्रसन्न 
कठिन व्रतों के बाद जो, ग्रहण करो तुम अन्न |



तप संयम की वृद्धि हो ,औ' बढे सदाचार 

मन विचलित करना नहीं,कहे कथा का सार |
****

Thursday, March 12, 2015

धागा ,डोर दोहे

कच्चे धागे प्रीत के ,कोई सके न तोड़
है अदृश्य बंधन मगर,दें बंधन बेजोड़ |

देता आशीर्वाद है ,मात पिता का प्यार 
जिस धागे से हम बँधे,ममता की वो तार | 

कच्चा धागा है मगर, लाया सच्ची प्रीत  
बहन सूत्र है बाँधती,गाती मंगल गीत |

पति पत्नी जिससे बँधे, कहें डोर विश्वास 
सुख दुख के साथी बनें, बंधन बनता खास |

दोस्ती का बंधन गजब,है जीवन पर्यन्त 
प्रीत और विश्वास का, यहाँ कभी ना अंत |

साँसों की ये डोर को,समझो प्यारे मीत  
छदम कपट से दूर रह, गाओ जीवन गीत |

साँसों की इस डोर से ,बँधा मनुज इठलाय 
नहीं भरोसा साँस का ,जाने कब थम जाय |

Sunday, March 8, 2015

नारी उत्थान [कुण्डलिया]

पढना लिखना जिंदगी , नहीं मानना हार 
कमर बाँध लो नारियो ,हो जाओ तैयार |
हो जाओ तैयार ,लग्न से तुम अब बढ़ लो 
जीवन लो संवार ,सफल भविष्य घड़ लो 
मन में भर विश्वास, सदा ही आगे बढ़ना 
पूरे हों अरमान , पाठ जीने का पढना  ||
*****