अक्सर मेरे ख्यालों में
जब भी तुम होते हो मेरे पास
सिर्फ मुझे सुनते हो
कहते हो अपने दिल की बात
तब सारा जहाँ सिमटा लगता है मुझे
तुझ में कहीं
तभी जैसे कोई
छीन ले जाता मेरे दिल का चैन
कर जाता मुझे बेचैन
जैसे कोई तुझको चुरा ले जाता मुझसे
तोड़ कर मेरे ख्यालों का घेरा
और रह जाती
मैं और मेरी तन्हाई
इक टीस लिए मन में
कुछ खालीपन
कुछ खो देने की बेचैनी
मिलता मुझे वापिस
मेरा खोया सुकून
तेरी एक झलक
तेरी कोई खबर पा लेने के बाद
जब भी तुम होते हो मेरे पास
सिर्फ मुझे सुनते हो
कहते हो अपने दिल की बात
तब सारा जहाँ सिमटा लगता है मुझे
तुझ में कहीं
तभी जैसे कोई
छीन ले जाता मेरे दिल का चैन
कर जाता मुझे बेचैन
जैसे कोई तुझको चुरा ले जाता मुझसे
तोड़ कर मेरे ख्यालों का घेरा
और रह जाती
मैं और मेरी तन्हाई
इक टीस लिए मन में
कुछ खालीपन
कुछ खो देने की बेचैनी
मिलता मुझे वापिस
मेरा खोया सुकून
तेरी एक झलक
तेरी कोई खबर पा लेने के बाद