हमराही

सुस्वागतम ! अपना बहुमूल्य समय निकाल कर अपनी राय अवश्य रखें पक्ष में या विपक्ष में ,धन्यवाद !!!!

Wednesday, June 7, 2017

"डोली"


डोली तो उठी थी
दो सुहागनों की
चार चार कंधों पर
फूलों से लदी
लाल जोड़े में सजी
सोलह श्रृंगार किये..

लेकिन
एक विदा हो रही थी
एक अलविदा हो रही थी
...सरिता यश भाटिया...
Post A Comment Using..

No comments :