कर लो माँ की अर्चना, अश्विन का है मास।
आये फिर नवरात्र हैं,शुरू हुए उपवास।।
शुरू हुए उपवास, द्वार मैया के जाओ
करे मुरादें पूर्ण, झोलियाँ भर के लाओ
लो चरणों की धूल, ध्यान मैया का धर लो
रखकर शुभ उपवास, अर्चना सरिता कर लो ।।
. . . 22सितंबर,2017