कभी मिल हमें तू फ़ुर्सत में,
तो हाले दिल सुनाएँ हम|
वो बीते लम्हे याद करें,
तेरे संग समय बिताएं हम |
वो खट्टी मीठी बातों संग ,
उन यादों में खो जाएँ हम |
कभी मिल हमें तू फ़ुर्सत में,
तो हाले दिल सुनाएँ हम |
चाँद की शीतल चाँदनी में,
तेरे साथ में यूँ खो जाएँ हम |
बाँटें गम अपने,मन हल्का हो,
यूँ जन्नत में हो आएँ हम |
कभी मिल हमें तू फ़ुर्सत में,
तो हाले दिल सुनाएँ हम |
तारों का हो आशियाना,
तेरे कंधे पर सर टिकाएँ हम |
साँसों से साँसें जोड़कर,
अश्कों में गम बहाएँ हम |
कभी मिल हमें तू फ़ुर्सत में,
तो हाले दिल सुनाएँ हम ||
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