माँ के आंचल में मिले ,ममता की ही छाँव
शुभाशीष पाओ मधुर, नित्य दबाकर पाँव
नित्य दबाकर पाँव , आशीर्वाद तुम लेना
माँ से बड़ा न स्वर्ग ,उसे दुख कभी न देना
मिट जाते दुख-दर्द , पास में माँ के जा के
ममता के ही फूल ,मिलें आंचल में माँ के
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