मुख्यपृष्ठ
मेरा परिचय
मेरे ब्लॉग
गुज़ारिश
आधारशिला
मेरी सच्ची बात
ॐ प्रीतम साक्षात्कार ॐ
मेरी रचनाएँ
दुर्गा
सपने
आइना
अहसास
दिले नादान
नज्म एवं नगमें
वीडिओ
अन्य
छंद
गजल
हाइकु
उत्सव
शुभकामनाएँ
हमराही
सुस्वागतम ! अपना बहुमूल्य समय निकाल कर अपनी राय अवश्य रखें पक्ष में या विपक्ष में ,धन्यवाद !!!!
Wednesday, August 27, 2014
धड़कन [कुण्डलिनी]
धड़कन से चालू हुआ ,धड़कन पर सब बंद
मोल समय का जान लो ,यह इसकी पाबंद
यह इसकी पाबंद ,आस जीवन की बनती
नैया लगती पार ,अगर है धड़कन चलती
****
Post A Comment Using..
Blogger
Google+
No comments :
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)