भूली नहीं हूँ मैं
तेरे सीने पर मेरा सर
वो तेरा हौले हौले
मेरे बालों में उँगलियाँ फेरना
मेरी उदास आँखों में
उम्मीद के रंग भरना
मेरे दर्द को पी जाना
अपने लबों से
फिर....
एक सन्नाटा
और खो जाना तेरा
गुमनाम अंधेरों में
वो चुप्पी साध लेना तेरा
तबाह कर गया मुझे
तेरा जानलेवा
इकरार कभी
इंकार कभी
इश्शश .....
तेरा लेना मुझे
अपनी आगोश में
मेरी वो झूठी नाकाम छटपटाहट
उस गिरफ्त से निकलने की
कर जाती मेरी निद्रा को भंग
देकर एक असहनीय चोट
मेरे उस दुस्साहसी स्वप्न को
दिखाते हुए
मुझे आइना
वास्तविकता का
क्योंकि
वो तो केवल एक अहसास था
जो पल भर के लिए आया.....
....................................................
सपने देखना मत छोड़िये
भगवान के घर देर है ,अंधेर नहीं ....
........................................................
तेरे सीने पर मेरा सर
वो तेरा हौले हौले
मेरे बालों में उँगलियाँ फेरना
मेरी उदास आँखों में
उम्मीद के रंग भरना
मेरे दर्द को पी जाना
अपने लबों से
फिर....
एक सन्नाटा
और खो जाना तेरा
गुमनाम अंधेरों में
वो चुप्पी साध लेना तेरा
तबाह कर गया मुझे
तेरा जानलेवा
इकरार कभी
इंकार कभी
इश्शश .....
तेरा लेना मुझे
अपनी आगोश में
मेरी वो झूठी नाकाम छटपटाहट
उस गिरफ्त से निकलने की
कर जाती मेरी निद्रा को भंग
देकर एक असहनीय चोट
मेरे उस दुस्साहसी स्वप्न को
दिखाते हुए
मुझे आइना
वास्तविकता का
क्योंकि
वो तो केवल एक अहसास था
जो पल भर के लिए आया.....
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सपने देखना मत छोड़िये
भगवान के घर देर है ,अंधेर नहीं ....
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