एक काली रात में
खुद से ही बुदबुदाया
गरीब लाचार बाप...
सो जाता हूँ
फुटपाथ पर
शायद
आ जाये कोई सलमान
दे जाये एक घर
मेरे बच्चों को
लेकर मेरी दौ कोड़ी की 'जान'
जिससे जुटा नहीं पाऊंगा कभी
छत्त इन अभागों के लिए
खुद से ही बुदबुदाया
गरीब लाचार बाप...
सो जाता हूँ
फुटपाथ पर
शायद
आ जाये कोई सलमान
दे जाये एक घर
मेरे बच्चों को
लेकर मेरी दौ कोड़ी की 'जान'
जिससे जुटा नहीं पाऊंगा कभी
छत्त इन अभागों के लिए