हमराही

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Sunday, June 21, 2015

प्यार [ दोहे]

बारी बारी सब गए ,छोड़ राह में हाथ 
अच्छे होना कर गया ,बुरा हमारे साथ ||

दर्द पीर आँसू मिले ,लुटा सभी सुख चैन  
रोते रोते दिन गया  ,रोते बीती रैन ||

प्यार मोह धोखा सभी ,वादे सभी असत्य 
कहो किसी की बात को ,मानें कैसे सत्य||
बार बार यह जिंदगी ,करती खड़े बवाल 
हल होंगे ये कब पता ,उलझे हुए सवाल  ||

छोड़ शराफत दी अगर, हमने इक दिन यार 
भूलेंगे ना भूलकर ,किया कभी था प्यार ||
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