छुट्टी ले भाई गया ,राखी का त्यौहार
भाई बहना हैं मिले, निश्चल पावन प्यार |
कैसे भला निभा सके, राखी का त्यौहार
छूट गई है नौकरी ,महँगाई की मार |
राखी का त्यौहार है, सजे हुए बाजार
बहना धागा बाँधती ,भाई करे दुलार ||
रंग बिरंगी राखियाँ ,कहती सदा पुकार
कच्चे धागों में बंधा ,निश्चल पावन प्यार ||
रेशम की ले डोरियाँ, बहना बाँधे प्यार
करती भाई को तिलक, राखी का त्यौहार |
कच्चा धागा प्रेम का ,लाया पक्की प्रीत
टीका करती है बहन ,वीर निभाना रीत |
निश्चल पावन भावना ,नेह भरी है डोर
रक्षा करता बहन की ,मनवा नाचे मोर |
9 अगस्त, 2014.