दोहे रचने रोज के , आई हूँ मैं आज |
अधरों पर मुस्कान धर ,करती हूँ आगाज ||
नई सुबह ले आ गई, नया सुखद सन्देश |
पूरी हो हर कामना ,संकट हरे गणेश||
आये कोई विघ्न ना ,सर पर रखना हाथ|
पूरी करना कामना ,हे नाथों के नाथ||
चूम उठाया भोर ने ,ख़ुशी मिली है ख़ास |
सुबह संदेशा आपका ,दे जाये नव आस ||
बन जायेंगे आपके, सारे बिगड़े काम |
बिना थके बढते रहें , मन में धारे राम||
सुबह सुहानी आ गई, लेकर मस्त फुहार |
पूरी हो हर कामना , खुशियाँ मिलें अपार||
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