आहत सारे देश का आज है स्वाभिमान
संग आंसुओं बह गये, सारे ही अरमान
आज कौन दे देश को,सीधा एक जवाब
बदलेगी सियासत तो, पूरे होंगे ख़्वाब
ख़ुशी मनाओ आप भी, गणतंत्र हुए आज
असली है गणतंत्र जब,पाओ पूर्ण स्वराज
भिन्न भिन्न हैं झाँकियाँ, बनी राजपथ शान
पूर्ण यही स्वराज दिवस,बना देश की आन
सबको है शुभकामना,दिन आज संविधान
छब्बीस जनवरी दिवस, भारत की है शान
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