कृष्ण पक्ष की अष्टमी ,मध्यरात का काल
मथुरा में पैदा हुआ ,मोहक छवि का बाल ||
कृष्ण लला की झाँकियाँ ,करती भाव विभोर
आई जो जन्माष्टमी ,धूम मची चहुँ ओर ||
मथुरा में पैदा हुआ ,मोहक छवि का बाल ||
कृष्ण लला की झाँकियाँ ,करती भाव विभोर
आई जो जन्माष्टमी ,धूम मची चहुँ ओर ||
विष्णु जी बाद आठवें ,कृष्ण हुए अवतार
ब्रज भू पर अवतरित हो, दिया कंस को मार ||
वासुदेव के पूत थे ,पले यशोदा धाम
तारे सबकी आँख के,कृष्ण रखा था नाम ||
दोस्त सुदामा कृष्ण से ,बनते सदा मिसाल
भेदभाव सब दूर हों ,होता तभी कमाल ||
कृष्ण बचाने द्रौपदी ,अब तो लो अवतार
दुशासन हैं,गली गली , करते अत्याचार ||
युग पुरुष श्री कृष्ण थे, योगी एक महान
तारा मानव जाति को, दे गीता का ज्ञान ||
भेदभाव सब दूर हों ,होता तभी कमाल ||
कृष्ण बचाने द्रौपदी ,अब तो लो अवतार
दुशासन हैं,गली गली , करते अत्याचार ||
युग पुरुष श्री कृष्ण थे, योगी एक महान
तारा मानव जाति को, दे गीता का ज्ञान ||
अर्जुन के बन सारथी ,दिया उसे निर्देश
दूर किये संशय सभी, दे गीता उपदेश ||
*****