श्वेत, हरा औ केसरी, भारत माँ की शान
आन, बान यह देश की, बसी इसी में जान ||
लिए तिरंगा हाथ में , निकला है नादान
मैं किसी से कम नही, दूंगा मैं बलिदान ||
लहराता झंडा भरे , मन में नई उमंग
उन्नति,शान्ति,एकता ,दर्शाते ये रंग ||
देश प्रेम की भावना, लेगी जब आकार
दूर हटेगी दीनता , सपने हों साकार ||
ध्वजा हाथ में देश की, भीतर यह अहसास
कामयाब होंगे सभी, मन में दृढ़ विश्वास ||
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