कभी कभी
सोचती हूँ मैं
जब हाथ भरा है लकीरों से
तो कुछ तो मतलब होगा
हरेक के कोई मायने होंगे
कौन कौन सी लकीर किस किस तक़दीर के नाम
यह तो बताये कोई
मुझे समझाए कोई
सुना था
हाथों की चंद लकीरों का
यह खेल है बस तकदीरों का
अपने हाथ में लकीरें तो बहुत हैं
पर तक़दीर शायद रूठ गई है
आप ठीक कहते थे
बदल जाती हैं तकदीरें
अगर मेहनत से हाथ की लकीरें बदल दी जाएँ
इसीलिए करती हूँ कोशिश
चमकाने की उन लकीरों को
अपनी हिम्मत से ,
मेहनत से ,
जज्बे से
.......................................................................
जो मिलता है मुझे अपनों से
सोचती हूँ मैं
जब हाथ भरा है लकीरों से
तो कुछ तो मतलब होगा
हरेक के कोई मायने होंगे
कौन कौन सी लकीर किस किस तक़दीर के नाम
यह तो बताये कोई
मुझे समझाए कोई
सुना था
हाथों की चंद लकीरों का
यह खेल है बस तकदीरों का
अपने हाथ में लकीरें तो बहुत हैं
पर तक़दीर शायद रूठ गई है
आप ठीक कहते थे
बदल जाती हैं तकदीरें
अगर मेहनत से हाथ की लकीरें बदल दी जाएँ
इसीलिए करती हूँ कोशिश
चमकाने की उन लकीरों को
अपनी हिम्मत से ,
मेहनत से ,
जज्बे से
.......................................................................
जो मिलता है मुझे अपनों से