मात चंद्रघंटा बनी , आज तीसरी शक्ति
शांतिदायक रूप की ,करो आप भी भक्ति
करते हैं इस रूप की ,उपासना नर नार
कुष्मांडा माँ पूजते, चतुर्थ दिन के रोज
दीर्घ आयु बल बुद्धि से ,बढे मनुज का ओज
रोग शोक का नाश कर ,देती सुख का दान
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