हमराही

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Tuesday, July 14, 2015

ईद ,रमजान

खुशियों की सौगात ले,आई है जो ईद 
बदली से चंदा निकल, सभी करेंगे दीद |

राम राम मैं भी कहूँ ,तू भी कह रहमान 
गले मिलो रोजा करो,आई है रमजान |

रोजा उसको तुम कहो ,या कह दो उपवास 
खुशियों के त्यौहार ही,लाते हैं दिन ख़ास |

कर्म मास है कर्म कर, व्रत करो सोमवार 
रोजा रख रमजान है ,करना फिर इफ्तार |

व्रत करो सोमवार के, खुश होंगे भगवान
रोजा रख इफ्तार दे,आया है रमजान |

करो इबादत आज सब ,खुशियाँ लाई ईद 
गले मिलो मिलजुल सभी,करो चाँद की दीद |

इफ्तारी के बाद ही ,सब बाँटो उपहार 
बीता है रमजान जो ,करो चाँद दीदार |

भाई चारा ही बढे, करना कर्म महान  
खुशियाँ सबको बाँटना,आया है रमजान |

पूरे रोजे जो हुए ,हुआ चाँद दीदार 
गले मिलो मिलजुल रहो ,सबको बाँटो प्यार |

बाँटो सब अब सेवियाँ, तोड़ा जो उपवास 
रोजे पूरे जो हुए ,मिले तोहफे ख़ास |
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