दीपों की हैं पंक्तियां, दीवाली त्यौहार
आपस में सब बाँटते ,खुशिओं के उपहार //
रोशन दीपों संग हो, सुंदर सजे जहान,
लक्ष्मी का हो आगमन ,हों पूरे अरमान //
बना स्वच्छता प्रकाश का, दीवाली है पर्व
भारतवासी हैं सभी , करते इस पर गर्व //
दिवाली महापर्व है , मनाओ संग प्यार
न पटाखों को सब कहो , मीठा दो उपहार //
धनतेरस से हो शुरू, दूज पर हो समाप्त
सबके आशीर्वाद से ,खुशियाँ करो प्राप्त //
रामभक्त ख़ुश आज थे, लौटे राजा राम
दिये अयोध्या में जले, लेकर प्रभु का नाम //
नरकासुर मारा गया ,फैला हर्ष अपार
सभी कृष्ण भगवान की ,करते जय जय कार //
विष्णु भगवन प्रकट हुए, रूप सिंह का धार
मुक्त करी जनता सभी ,हिरण्यकश्यप मार //
तीर्थंकार चौबीसवें , जैन थे महावीर
यह दिन है निर्वाण का ,मनाएं जैनवीर //
महर्षि दयानन्द जी,थे इक आर्य महान
दीवाली का दिवस ही, बना दिवस अवसान //
मिटता प्रकाश से तिमिर, विजय देत उल्लास
मत आतिशबाजी करो ,दीवाली तब ख़ास //
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