हमराही

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Saturday, June 7, 2014

माँ [कुण्डलिनी]


माँ में तीरथ हैं सभी माँ में हैं सब धाम 
जीवन तुम संवार लो करो नेक कुछ काम 
करो नेक कुछ काम दान यह सच्चा प्यारे
माँ बिन सूना गेह सब हैं सूने नज़ारे ||
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