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मैं तुम्हारी छाया तुम हो मेरे पिया
अब कहीं लागे न तुम बिन यह जिया
आसमाँ से है उँचा,सागर से गहन
ऐसा सच्चा प्यार हमने तुमको किया
चाँद तुम मेरे अगर, मैं हूँ चाँदनी
ऐसा है अपना मिलन ओ रे पिया
आइना तुम हो अगर मैं तस्वीर हूँ
अक्स तुझमें मेरा ही दिखता है पिया
तुम अगर दीया तुम्हारी 'बाती' हूँ मैं
अब कहीं लागे न तुम बिन यह जिया
आसमाँ से है उँचा,सागर से गहन
ऐसा सच्चा प्यार हमने तुमको किया
चाँद तुम मेरे अगर, मैं हूँ चाँदनी
ऐसा है अपना मिलन ओ रे पिया
आइना तुम हो अगर मैं तस्वीर हूँ
अक्स तुझमें मेरा ही दिखता है पिया
तुम अगर दीया तुम्हारी 'बाती' हूँ मैं
हम अधूरे एक दूजे बिन ओ पिया
मैं समाई सिन्धु में जैसे है लहर
एक ऐसा अपना संगम है ओ पिया!!
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मैं समाई सिन्धु में जैसे है लहर
एक ऐसा अपना संगम है ओ पिया!!
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