तुम अमर बेल सी लिपटी हो
मैं हरा पेड़ फलदार प्रिय/
तुम बिन लगता बैरागी सा
तुम लाई स्वर्ण बहार प्रिय/
संग सारी उमरिया चलना है
तुम पर सब दूँ मैं वार प्रिय/
तुम मेरी धड़कन मैं दिल तेरा
तुम पे जीवन निसार प्रिय/
मैं दिया अगर हूँ बाती का
तुम दिए में तेल की धार प्रिय/
तुम सरिता हो मैं सागर हूँ
तुमसे पाता जलधार प्रिय/
तुम माउस हो मैं लैप्पी हूँ
तुम बिन चलना दुश्वार प्रिय/
तुम सिम कार्ड मैं स्मार्ट फ़ोन
तुम जीवन का आधार प्रिय/
तुम मायके जाकर बैठ गई
तुम बिन जीवन बेकार प्रिय/
न कपडें धुलें न चूल्हा जले
तुम बिन सूना घर द्वार प्रिय/
तुम शमा अगर मैं परवाना
मैं मिटने को बेकरार प्रिय/
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मैं हरा पेड़ फलदार प्रिय/
तुम बिन लगता बैरागी सा
तुम लाई स्वर्ण बहार प्रिय/
संग सारी उमरिया चलना है
तुम पर सब दूँ मैं वार प्रिय/
तुम मेरी धड़कन मैं दिल तेरा
तुम पे जीवन निसार प्रिय/
मैं दिया अगर हूँ बाती का
तुम दिए में तेल की धार प्रिय/
तुम सरिता हो मैं सागर हूँ
तुमसे पाता जलधार प्रिय/
तुम माउस हो मैं लैप्पी हूँ
तुम बिन चलना दुश्वार प्रिय/
तुम सिम कार्ड मैं स्मार्ट फ़ोन
तुम जीवन का आधार प्रिय/
तुम मायके जाकर बैठ गई
तुम बिन जीवन बेकार प्रिय/
न कपडें धुलें न चूल्हा जले
तुम बिन सूना घर द्वार प्रिय/
तुम शमा अगर मैं परवाना
मैं मिटने को बेकरार प्रिय/
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