बचपन की रामलीला में
वो दूर
पैदल चल कर जाना
वो गुलाबी ठंड का
शुरू हो जाना
हल्की शाल,हल्की स्वेटर
पहन जाना
वो बैठने का पटरा,
वो पानी की बोतल
वो बैठने का टाट
घर से ले जाना
पीछे माइक से
संवाद बोले जाना
स्टेज पर यूँ दृश्य दिखाना
हर दृश्य से पहले
किसी का नाच दिखाना
कभी चुटकले सुनाना,
कभी कविता सुनाना
कलाकार का
एक एक रुपये का इनाम पाना
आज की रामलीला का
हाइटेक हो जाना
हवा में हनुमान का
उड़कर जाना
हर दृश्य के बाद
यूँ दृश्य दिखाना
स्लाइड शो जैसे
रामलीला चलाना
डबिंग किये संवादों पर
बस होंठ हिलाना
बैठने के सोफे,
स्टॉल्स का लग जाना
अब रामलीला देखने
गाड़ी से जाना
वो मेले वो झूलों का
यूँ सज जाना
कुर्सी पर बैठना,
वो सब ख़रीदकर खाना
रामलीला पर
लाखों लगाना
याद करा गया
आज मंहगाई का
इतना बढ़ जाना
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